तक्षशिला
तक्षशिला (उर्दू: ٹیکسلا, संस्कृत: तक्षशिला) प्राचीन भारतमे गान्धार राज्यक राजधानी तथा वर्तमानमे पाकिस्तानक पञ्जाब राज्यक रावलपिण्डी जिलामे अवस्थित एक पुरातात्विक स्थान छी । ई स्थान बौद्ध तथा हिन्दु दुनू धर्मक केन्द्रविन्दु छल । सन् १९८० मे युनेस्को ई क्षेत्रके विश्व सम्पदा क्षेत्र घोषित केनए छल ।[२] ई पाकिस्तानक सभ सँ बेसी पर्यटक आबैवाला स्थान छी ।[३]
पश्चिमी पञ्जाबी: ٹيکسلا | |
स्थान | रावलपिण्डी जिला, पञ्जाब, पाकिस्तान |
---|---|
निर्देशाङ्क | ३३°४४′४५″उ॰ ७२°४७′१५″पू॰ / ३३.७४५८३°N ७२.७८७५०°Eनिर्देशाङ्क: ३३°४४′४५″उ॰ ७२°४७′१५″पू॰ / ३३.७४५८३°N ७२.७८७५०°E |
प्रकार | उपनिवेश |
इतिहास | |
स्थापना | ३७० इशा पूर्व सम्भावित[१] |
ध्वस्त | ५अम शताब्दी |
आधिकारिक नाम | तक्षशिला |
प्रकार | सांस्कृतिक |
मापदण्ड | iii, vi |
नामाङ्कित | १९८० (४अम शत्र) |
सन्दर्भ क्रम. | १३९ |
क्षेत्र | दक्षिण एसिया |
तक्षशिलाक नाम
सम्पादन करीतक्षशिलाक नाम रामक भाई भरतक दू बेटासभ मे सँ एकक नाम सँ रहल कथन उल्लेख अछि । भरतक दू बेटा छल तक्ष आ पुष्कर । तक्ष सिन्धु नदीक एकदिस तक्षशिला वा तक्षखण्डक स्थापना केलक । पुष्करद्वारा नदीक दोसरदिस पुष्करावती राजधानी बनाए राज्य केलक । ई विवरण रामायणमे मिलल अछि । तक्षशिला गान्धारक राजधानीक रुपमे रहल बात महाभारतमे सेहो उल्लेख अछि । सर्प यज्ञ कएल स्थान सेहो एतय मानल जाइत अछि । तहिलेल परीक्षितके राज्यारोहण कएल स्थान सेहो एहि होवाक चाही ।
चित्र दीर्घा
सम्पादन करी-
दोसर शताब्दी इशा पुर्वक सिक्का
-
भारतीय ग्रीक राजा एन्टियलसिडास
-
जौलियाँ
-
जौलियाँ स्तुप
-
स्तुप
-
तक्षशिलामे रहल स्तुप
-
ब्रिटिश सङ्ग्रहालय, तक्षशिलाक सिक्का
सन्दर्भ सामग्रीसभ
सम्पादन करी- ↑ S. K. Agarwal (1 September 2008). Towards Improving Governance. Academic Foundation. प॰ 17. आइएसबिएन 978-81-7188-666-1. https://books.google.com/books?id=1nIkFqh_TmEC&pg=PA17. अन्तिम पहुँच तिथि: 2012-06-06.
- ↑ UNESCO World Heritage Site, 1980. Taxila: Multiple Locations. Retrieved 13 January 2007.
- ↑ Windsor, Antonia (17 October 2006)। "Out of the rubble"। The Guardian। London। अन्तिम पहुँच 24 May 2010।
बाह्य जडीसभ
सम्पादन करीविकिमिडिया कमन्समे तक्षशिलासँ सम्बन्धित मिडिया अछि। |