आइएसबिएन
कोनो भी पुस्तकक पछाडि कऽ आवरण पृष्ठमे बार कोड जे छोट बक्सामे राखल रहैय १० वा १३ टा अङ्क ओहि आइएसबिएन छी । संसारमे लोकसभक नाम भिन्न-भिन्न होइत अछि तहिना दुनियामे किनको टेलिफोन नम्बर किनको सँ नै मिलैत अछि, ओहिना किताबक पाछा आइएसबिएन नम्बर सेहो भिन्न-भिन्न होइत अछि। विकशित देशसभमे अहि नम्बरक आधारमे इन्टरनेटसँ पुस्तक सम्बन्धी जानकारी प्राप्त होइत अछि।
संक्षिप्त रूप | आइएसबिएन |
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आरम्भ | १९७० |
व्यवस्थापक सङ्गठन | अन्तर्राष्ट्रिय आइएसबिएन एजेन्सी |
एकाई कऽ सङ्ख्या | १३ (पहिले १०) |
एकाई जाँच | भार योगफल |
उदाहरण | ९७८-३-१६-१४८४१०-० |
वेबसाइट | आधिकारिक पृष्ठजाल |
संसारम पहिल बेर नम्बर राखवाला चलन सन् १९६६ मे बेलायतसँ सुरु भेल छल । ओहि ठामक बडका पुस्तक प्रकाशक मध्येम गनल आर आर बुकरक प्रमुख विलियम हेनरी स्मिथ देश भित्रके प्रकाशकसभक एकटा सम्मेलन आयोजना कऽ पुस्तक पछा फरक-फरक नम्बर राख्वाला चलन सुरुवात केनेए छल । सन १९७२ सँ जर्मनीक राजधानी बर्लिनमे रहल राष्ट्रिय पुस्तकालयलके आइएसबिएनक मुख्य कार्यालय बनावल गेल। संसारक विभिन्न देशक पुस्तकालयसभम आइएसबिएन वितरणक लेल अधिकार दै लागल । युनेस्को लगायतक अन्तर्राष्ट्रियस्तरक शैक्षिक संस्थासभ आइएसबिएनक सल्लाहकार समितिम सदस्य अछि।