मिथिला संस्कृति या मैथिल संस्कृति ओ संस्कृति केर संदर्भित करैत अछि जेकर उत्पत्ति भारतीय उपमहाद्वीपक मिथिला क्षेत्रमे भेल छल। मिथिला अन्तर्गत भारतक तिरहुत, दरभंगा, कोशी, पूर्णिया, मुंगेर, भागलपुरसन्थाल परगना डिभिजननेपालक प्रदेश नम्बर १, बागमती प्रदेशमधेश प्रदेशक निकटवर्ती प्रदेश सम्मिलित अछि।[१]

मिथिलामे पुरुष आ महिलासभ बहुतरास धार्मिक प्रकृति केर होइत् अछि आ पावनिसभक लेल भिन्न-भिन्न किसिमक पोशाक सेहो पहिरैत् अछि। मिथिलाक भेषभूषा मिथिलाक समृद्ध आ पैघ पारम्परिक संस्कृतिसँ उपज थिक। पञ्जाबी कुर्ताधोतीक साथ मिथिला पेन्टिङ्गक किनारबला मेहरून रङ्गक गमछा, जे कि जुनून, माया-ममता, स्नेह, बहादुरी आ साहसक प्रतीक अछि, पुरुषसभक लेल एकटा साधारण वस्त्रक किसिमसभ छि। पुरुष अपन नाकमे सोनाक बाली जेहन आभूषण पहिरैत अछि जे कि भगवान विष्णुद्वारा प्रेरित समृद्धि, खुशी आ धनक प्रतीक छि।[२][३]ओहिना हाथमे बाला आ माथ पर मिथिला पाग सेहो पहिरैत अछि। प्राचीन समयमे मिथिलामे कुनु रङ्ग विकल्प नहि छल, एहि लेल मैथिल महिलासभ लाल बोर्डर बला उजर या सरसो रङ्गक साडी पहिरैत छल, मुद्दा एखन ओ सभ लग बहुतरास विविधता आ रङ्गक विकल्प अछि आ ओ लाल-पारा (पारम्परिक लाल-बोर्डर बला उजर या सरसो रङ्गक साडी) पहिरैत अछि। किछ विशेष अवसरसभमे हाथमे लहठी लके शंखा-पोला सेहो पहिरैत अछि जे मिथिलामे विवाहक पश्चात पहिरनाए अनिवार्य अछि। मिथिला संस्कृतिमे, ई नव शुरुवात, जुनून आ समृद्धिक प्रतिनिधित्व करैत अछि। लाल रङ्ग हिन्दू देवी दुर्गाक सेहो प्रतिनिधित्व करैत अछि, जे नव शुरुवात आ स्त्री शक्तिक प्रतीक अछि। छठि केर समय मिथिलाक महिलासभ बिना सिलाई करल शुद्ध सूती धोती पहिरैत अछि जे मिथिलाक शुद्ध, पारम्परिक संस्कृति केर दर्शावैत अछि। साधारण रुपसँ दैनिक उपयोगक लेल शुद्ध कपाससँ आ अधिक विशेष अवसरसभक लेल शुद्ध रेशमसँ तैयार कएल जाइत अछि जाहिमे मिथिलाक महिलासभक लेल पारम्परिक पोशाकमे जमदानी, बनारसीभागलपुरी आ अनेकौं अन्य पोशाकसभ समिल्लित अछि। मिथिलामे साल भरि अनेकौं पावनि मनाओल जाइत अछि। छठि, दुर्गा पूजा, काली पूजा, लक्ष्मी पूजा, विवाह पञ्चमी, रामनवमी, महाशिवरात्रीहोरी मिथिलाक सभ पावनिसभमे सभसँ महत्वपूर्ण मानल जाइत अछि।

पाग सम्पादन करी

नृत्यसभ सम्पादन करी

चित्रकला सम्पादन करी

व्यञ्जन सम्पादन करी

मुख्य पावनिसभ सम्पादन करी

सन्दर्भ सामग्रीसभ सम्पादन करी

  1. Jha, Pankaj Kumar (2010). Sushasan Ke Aaine Mein Naya Bihar. Bihar (India): Prabhat Prakashan. आइएसबिएन 9789380186283. https://books.google.com/books?id=O49ZDwAAQBAJ&pg=RA1-PR20. 
  2. Maithil women wore Red Boarded Yellow or White Saree during Jhijhiya Naach। अन्तिम पहुँच 27 March 2017
  3. "Mithila as well as Bengal wearing शंखा पोला" www.jhajistore.com"। अन्तिम पहुँच 12 August 2019

बाह्य जडीसभ सम्पादन करी


एहो सभ देखी सम्पादन करी