परालको आगो (मैथिली: लारऽक आगि) एक नेपाली कथानक स्वेतकारी चलचित्र छी। ई चलचित्रकेँ निर्माण सन् १९७८ मे भेल छल जकर निर्देशक प्रताप सुब्बा छल आ ई चलचित्रक निर्माण सिनेरोमाद्वारा कएल गेल छल।[१]ई चलचित्रक मुख्य विषयवस्तु नेपाली लेखक गुरु प्रसाद मैनालीकेँ किताब परालको आगो पर आधारित अछि।

परालको आगो
Paral Ko Aago
निर्देशकप्रताप सुब्बा
निर्मातासिनेरोमा
पटकथागुरु प्रसाद मैनाली
सङ्गीतकारशान्ति थातल
प्रदर्शित तिथि
  • १९७८ (१९७८)
समयाविधि
१ घण्टा १९ मिनेट
देशनेपाल
भाषानेपाली

कथावस्तु सम्पादन करी

जसरी परालको आगो लागे पछि एकै छनमा त्यो आगो ठुलो भए‌र जान्छ अनि एकै छनमा त्यो निभी हाल्छ। त्यसरी नै लोग्ने स्वास्नीको झगडा पनि केही छनमा ठुलो भएर जान्छ अनि केही छनमा तिनिहरु मिलि हाल्छन्।

यस कथामा कथाकारले लोग्ने-स्वास्नीको झगडालाई परालको आगोसित तुलना गर्नु भएका छन्।

कथाकार सम्पादन करी

गुरूप्रसाद मैनाली

जन्म: १९००

मृत्यु:१९७१


निर्माण सम्पादन करी

ई चलचित्रकें निर्माण सन् १९७६ कालिमपोङ आओर दार्जिलिङ, भारतक अगलबगलक क्षेत्रमे छायाङ्कन कएल गेल छल।[२] सन् १९७८ मे प्रदर्शित ई चलचित्र स्वेतकारी छल आ अपन दमदार कथावस्तु आ मधुर सङ्गीतक कारण वृहत सफलता प्राप्त केनए छल।[३]

सङ्गीत सम्पादन करी

क्र. शीर्षकसङ्गीतकार(सभ) अवधि
1. "चौबन्दी को तुनामा"  अरुणा लामा, दावा ग्यालमो, शङ्कर गुरुङ ३:१६
2. "धेरै चुलबुल नगर बैनी"  अरुणा लामा, दावा ग्यालमो २:१७
3. "उडी जाऊ भने म पंछी होइन"  अरुणा लामा ४:३१
4. "सुना माया"  अरुणा लामा, दीपा झा ४:२९

ई चलचित्रमे रहल गीतक बोल मनबहादुर मुखिया आ इन्द्र थपलियाद्वारा लिखल गेल छल आ अरुणा लामा, दावा ग्यालमो, पेमा लामा, शङ्कर गुरुङ आ दीपा गौराज (झा)द्वारा गाओल गेल छल।

एहो सभ देखी सम्पादन करी

सन्दर्भ सामग्रीसभ सम्पादन करी

  1. "नेपाली फिल्म – परालको आगो (१९७८)"। filmsofnepal.com। २९ अगस्त २००९। अन्तिम पहुँच 24 April 2015
  2. Limca Book of Records. Bisleri Beverages Ltd.. 1999. https://books.google.com/books?id=IP1tAAAAMAAJ. अन्तिम पहुँच तिथि: 6 March 2012. 
  3. Rajadhyaksha, Ashish; Willemen, Paul (1999). Encyclopaedia of Indian Cinema. British Film Institute. प॰ 629. https://books.google.com/books?id=R0EOAQAAMAAJ. अन्तिम पहुँच तिथि: 6 March 2012. 

बाह्य जडीसभ सम्पादन करी