तिरुपति
तिरुपति भारत कऽ सबसँ प्रसिद्ध तीर्थस्थलमे सँ एक छी। ई आन्ध्र प्रदेश कऽ चित्तूर जिला मे स्थित अछि। प्रतिवर्ष लाख कऽ संख्या मे दर्शनार्थी आवैत अछि। समुद्र नीचा सँ ३२०० फीट ऊचाई पर स्थिम तिरुमला कऽ पहाड पर बना श्री वैन्कटेश्वर मन्दिर सबसँ पैग आकर्षण छी। कयो शताब्दी पूर्व बनल ई मन्दिर दक्षिण भारतीय वास्तुकला आ शिल्प कलाक अदभूत उदाहरण छी।
तिरुपति | |
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धर्म | |
आवद्धता | हिन्दु |
District | चित्तूर |
देवता | वेन्कटेश्वर (विष्णु) |
पावनि | ब्रह्मोत्सवम, वैकुण्ठ एकदशी, राथ सप्तमी |
Governing body | तिरुमला तिरुपति देवस्थानम |
स्थान | |
स्थान | तिरुपति |
प्रदेश | आन्ध्र प्रदेश |
राष्ट्र | भारत |
भौगोलिक निर्देशाङ्क प्रणाली | १३°४०′५९.७″उ॰ ७९°२०′४९.९″पू॰ / १३.६८३२५०°N ७९.३४७१९४°Eनिर्देशाङ्क: १३°४०′५९.७″उ॰ ७९°२०′४९.९″पू॰ / १३.६८३२५०°N ७९.३४७१९४°E |
वास्तुकला | |
प्रकार | द्रविड वास्तुकला |
Specifications | |
मन्दिर(सभ) | १ |
Inscriptions | द्रविद भाषासभ आ संस्कृत |
उँचाइ | ८५३ मी (२,७९९ फिट) |
वेबसाइट | |
tirumala.org |
नामावली
सम्पादन करीतमिल शुरुआती साहित्यमे सँ एक संगम साहित्यमे तिरुपति कऽ त्रिवेंगदम कहल गेल अछि। तिरुपति कऽ इतिहासक लेकर इतिहासकार मे मतभेद अछि। यह स्पष्ट अछि अम शताब्दी तक एक प्रमुख धार्मिक केन्द्र रूपमे स्थापित भऽ चुकल छल। कहल जाएत अछि कि चोल, होयसल आ विजयनगर कऽ राजाओ कऽ आर्थिक रूप सँ ई मन्दिर कऽ निर्माणमे खास योगदान छाल।
भूगोल
सम्पादन करीतिरुपति आन्ध्र प्रदेश दक्षिणी भागमे स्थित अछि।[१] अधिकतम औसत ऊचाई अछि १६२ मीटर (५३१ फीट)|
मुख्य आकर्षण
सम्पादन करीअत आइ वाला प्रत्येक व्यक्ति कऽ सबसँ पैग इच्छा भगवान वैन्कटेश्वर कऽ दर्शन करैके होएत अछि। भक्त कऽ लम्बी कतार देखकर सहज ई मन्दिर कऽ प्रसिद्धि अनुमान लगावै जाएत अछि। मुख्य मन्दिर कऽ अलावा अन्य मन्दिर सेहो। तिरुमला आ तिरुपतिक भक्तिमय वातावरण मनक श्रद्धा आ आस्था सँ भर देएत अछि।
तिरुमला के दर्शनीय स्थल
सम्पादन करीश्री वैन्कटेश्वर मन्दिर
सम्पादन करीश्री वैन्कटेश्वर कऽ ई प्राचीन मन्दिर तिरुपति पहाड कऽ सातअम चोटी (वैन्कटचला) पर स्थित अछि। ई श्री स्वामी पुष्करिणी कऽ दक्षिणी किनार पर स्थित अछि। मानल जाएत अछि कि वेन्कट पहाड़ी कऽ स्वामी होएके कारणही ओ वैन्कटेश्वर कहा जाने लगल । ओ सात पहाड कऽ भगवान सेहो कहल जाएत अछि। मन्दिर कऽ गर्भगृहमे भगवान वैन्कटेश्चर कऽ प्रतिमा स्थापित अछि। ई मुख्य मन्दिर क प्रान्गणमे अछि। मन्दिर परिसरमे खूबसूरती सँ बनाएल गेल अनेक द्वार, मडपम आ छोट मन्दिर छी। मन्दिर परिसरमे मुख्श् दर्शनीय स्थल अछि:पडी कवली महाद्वार संपंग प्रदक्षिणम, कृष्ण देवर्या मण्डपम, रङ्ग मण्डपम तिरुमला राय मण्डपम, आईना महल, ध्वजस्तम्भ मण्डपम, नदिमी पडी कविली, विमान प्रदक्षिणम, श्री वरदराजस्वामी श्राइन पोटु आदि।
- ↑ "Falling Rain Genomics, Inc - Tirupati"। fallinggrain.com। अन्तिम पहुँच 2007-04-27।