गङ्गा (संस्कृत: गंगा Gaṅgā, आकृति:Lang-my, आकृति:IPA-my गिंगा ; आकृति:Lang-th खोंखा) नदी गङ्गा कऽ पवित्र मानल जाइत अछि ।[१] हिन्दूसभद्वारा देवी रूपी ई नदीके पूजा कएल जाइत अछि कियाकी हिन्दू धर्मावलम्बीसभके विश्वास अछि कि एहिमे स्नान करैसँ सम्पूर्ण पाप धुलित भऽ जाइत अछि आ जीवन-मरणक चक्रसँ मुक्ति मिल जाइत अछि । तीर्थयात्री गङ्गाक जलमे अपन परिजनसभके अस्थिसभक विसर्जन करैक लेल लम्बा दूरीक यात्रा करैत अछि ताकि हुनकर प्रियजन सीधा स्वर्ग जाए ।

गङ्गा, जान्ह्वी
गङ्गा
Ganga Kalighat 1875.jpg
गङ्गाक चित्र, १९अम शताब्दी
देवनागरीगंगा वा गङ्गा
संस्कृत अनुवादGaṅgā
वर्गदेवी, नदी
वासस्थानब्रह्मलोक वा ब्रह्मपुरा, हिमालयपृथ्वी
मन्त्रॐ हिलि हिलि मिली मिली गंगा देवी नमः
जीवनसाथीविष्णु
शिव
शान्तनु
बालबच्चाभीष्म
वाहनमकर

हरिद्वार, इलाहबादवाराणसी जका हिन्दुसभक कयन पवित्र स्थान गङ्गा नदीक तट पर अवस्थित अछि ।

सन्दर्भ सामग्रीसभसंपादित करें

  1. Eck 1982, p. 219

बाह्य जडीसभसंपादित करें

एहो सभ देखीसंपादित करें