कर्पुरी ठाकुर भारतक बिहार राज्यकेँ एक भारतीय राजनीतिज्ञ छल, जे जननायकक रूपमें लोकप्रिय छल। ओ दिसम्बर १९७० सँ जून १९७१ धरि (समाजवादी पार्टी / भारतीय क्रान्ति दल) आ दिसम्बर १९७७ सँ अप्रिल १९७९ (जनता पार्टी)क प्रिनिधित्व करैत बिहारक मुख्यमन्त्रीक रूपमे काज केनए छल। [१] २०२४ मे कपूर ठाकुर केँ भारत रत्न देल जाएत। राष्ट्रपति कार्यालय एहि संबंध मे एक बयान जारी करि जानकारी देलनि अछि। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदीक अनुशंसा पर राष्ट्रपति जननायक कर्पूरी ठाकुर केँ भारत रत्न प्रदान करबाक घोषणा केने छथि। [२]

कर्पुरी ठाकुर
Karpoori Thakur
भारतक टिकटमे कर्पुरी ठाकुरक चित्र
११हम् बिहारक मुख्यमन्त्री
कार्यकाल
२२ दिसम्बर १९७० – २ जुन १९७१
पूर्वाधिकारीदरोगा प्रसाद राय
उतराधिकारीभोला पासवान शाषत्री
कार्यकाल
२४ जुन १९७७ – २१ अप्रिल १९७९
पूर्वाधिकारीजगन्नाथ मिश्रा
उतराधिकारीराम सुन्दर दास
बिहारक दोसर उपमुख्यमन्त्री
कार्यकाल
५ मार्च १९६७
मुख्यमन्त्रीमाहमाया प्रसाद सिन्हा
पूर्वाधिकारीअनुराग नारायण सिन्हा
उतराधिकारीसुशील मोदी
बिहारक शिक्षा मन्त्री
कार्यकाल
५ मार्च १९६७ – ३१ जनवरी १९६८
पूर्वाधिकारीसत्यनारायण सिन्हा
उतराधिकारीसतीश प्रसाद सिंह
व्यैक्तिक विवरण
जन्म(१९२४-०१-२४)२४ जनवरी १९२४
समस्तीपुर, भारत
मृत्यु१७ फरबरी १९८८(१९८८-०२-१७) (६४ वर्ष)
पटना, बिहार, भारत
राजनैतिक दलसमाजवादी पार्टी, भारतीय क्रान्ति दल, जनता पार्टी, लोकदल
पेशास्वतन्त्रता सेनानी, शिक्षक, राजनीतिज्ञ

जीवनी सम्पादन करी

कर्पूरी ठाकुरक जन्म भारतमे ब्रिटिश शासनकालमे समस्तीपुर जिलाक पितौंझिया गाममे, जे आब 'कर्पूरीग्राम' कहल जाइत अछि, नाई जातिमे भेल छल[३] हुनक पिताक नाम श्री गोकुल ठाकुर आ माताक नाम श्रीमती रामदुलारी देवी छल । हिनकर पिता गामक सीमांत किसान छल आ अपन परम्परागत पेशा केश कटाबै के काज करैत छल।

राजनीतिक करियर सम्पादन करी

सन् १९६७ मे ठाकुर बिहारक मुख्यमन्त्री बनबाक मौका नहि भेटलनि। १९७२ मे, ओ ताजपुरसँ विधानसभामे पद प्राप्त केलक। हुनकर राजनीतिक यात्रा जारी रहल, आ १९८५ मे, ओ सोनबरसासँ विधानसभामे निर्वाचित भेल, अन्ततः विपक्षक नेता बनल।[३]

मुख्यमंत्री रहलापर ओ पिछड़ल सभकेँ १२ प्रतिशत आरक्षण मुंगेरी लाल आयोगक अधीन देलनि आ १९७८ मे ई आरक्षण देलनि जाहिमे ७९ जाति छल।[४][५] पिछड़ा वर्गक लेल १२ प्रतिशत आ अति पिछड़ा वर्गक लेल ०८ प्रतिशत.[६][७] [८][९]

१९४० मे पटना विश्वविद्यालयसँ मैट्रिकक परीक्षा द्वितीय श्रेणीमे पास केलक । १९४२ क भारत छोड़ो आन्दोलन शुरू भेल त' ओकरा मे छलांग लगाओल गेल। फलस्वरूप भागलपुर के कैंप जेल मे २६ महिना तक जेल-तर्क भोगलाक बाद १९४५ मे रिहा भेल । १९४८ मे आचार्य नरेन्द्रदेव आ जयप्रकाश नारायणक समाजवादी दलमे प्रादेशिक मंत्री बनल । सन् १९६७ क आम चुनाव मे, संयुक्त समाजवादी पार्टी (संसोपा) केर नेतृत्वमे कर्पूरी ठाकुर प्रमुख शक्तिक रूपमे उभरल । सन् १९७० मे ओ बिहारक मुख्यमन्त्री बनल । १९७३ - ७७ मे ओ लोकनायक जयप्रकाश नारायणक छात्र-आन्दोलनसँ जुड़ल । १९७७ मे समस्तीपुर संसदीय निर्वाचन क्षेत्रसँ सांसद बनल । २४ जून, १९७७ कें पुनः मुख्यमंत्री बनल। फेर १९८० मे मध्यावधि चुनाव भेल तँ कर्पूरी ठाकुरक नेतृत्वमे लोक दल बिहार विधानसभामे मुख्य विपक्षी दलक रूपमे उभरि गेल आ कर्पूरी ठाकुर नेता बनल ।

करपुरी ठाकुर दूरदर्शी होएबाक संग-संग एक ओजस्वी वक्ता सेहो छलाह। आज़ादीक समय पटनाक कृष्णा टॉकीज हॉलमे छात्रसभक सभाकेँ सम्बोधित करैत एक क्रांतिकारी भाषण देलनि जे "हमरासभक देशक जनसंख्या एतेक बेसी अछि जे मात्र थूक फेकलासँ अंग्रेज राज समाप्त भऽ जाएत"। एहि भाषणक कारणे हुनका दण्ड सेहो भेटबाक छलनि।

ओ देशवासीकेँ अपन अधिकारकेँ जानबाक लेल सदैव जागृत करैत रहलाह, ओ कहैत रहलाह -

"संसद के विशेषाधिकार बरकरार रहए, अक्षुण्ण रहए, आवश्यकताक अनुसार बढ़ैत रहए। मुदा जनताक अधिकार सेहो। जँ जनताक अधिकारकेँ कुचलित कएल जाएत तँ जनता संसदक विशेषाधिकारकेँ चुनौती देत। "

करपुरी ठाकुरक प्रसिद्ध नारा छल...

सौ में नब्बे शोषित हैं,शोषितों ने ललकारा है।
धन, धरती और राजपाट में नब्बे भाग हमारा है॥

ईहो-

अधिकार चाहो तो लड़ना सीखो
पग पग पर अड़ना सीखो
जीना है तो मरना सीखो।

बाह्य जडीसभ सम्पादन करी

एहो सभ देखी सम्पादन करी

सन्दर्भ सामग्रीसभ सम्पादन करी

  1. "Nitish Kumar sworn-in as CM for sixth time: A look at the life of the 'Chanakya of Bihar politics'"Firstpost। PTI। 27 July 2017। अन्तिम पहुँच 2019-01-02
  2. सिंह, रोहित कुमार (23 January 2024)। "'36 साल की तपस्या का फल मिला...', कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने के फैसले पर बेटे ने मोदी सरकार का जताया आभार"आज तक (हिन्दीमे)। अन्तिम पहुँच 4 February 2024
  3. ३.० ३.१ George, Sarahbeth (24 January 2024)। "Bharat Ratna to Karpoori Thakur: Why BJP, Nitish, Lalu, are racing to claim a piece of Jan Nayak's legacy"The Economic Times। अन्तिम पहुँच 4 February 2024
  4. "Two-time Bihar CM Karpoori Thakur to be conferred Bharat Ratna posthumously"
  5. "Socialist icon Karpoori Thakur awarded Bharat Ratna, a day before centenary"
  6. "Two-time Bihar CM Karpoori Thakur to be conferred Bharat Ratna posthumously"
  7. "Socialist icon Karpoori Thakur awarded Bharat Ratna, a day before centenary"
  8. "जानिए, सवर्णों के दस फीसदी आरक्षण की चर्चा के बीच कैसे आ गया 'मुंगेरीलाल'"
  9. "कर्पूरी ठाकुर ने सबसे पहले दिया था सवर्ण आरक्षण, चुनावी साल में हुए विशेष प्रासंगिक"