इक्ष्वाकु (अयोध्या के सूर्यवंशी राजा)
इक्ष्वाकु अयोध्या के एक सूर्यवंशी राजा छी। इक्ष्वाकु, प्राचीन भारत के इक्ष्वाकु वंशक प्रथम राजा छल। 'इक्ष्वाकु' शब्द 'इक्षु'सँ व्युत्पन्न अछि, जेकर अर्थ ईख होइत अछि।
पौराणिक परम्पराक अनुसार इक्ष्वाकु, विवस्वान् (सूर्य)क पुत्र वैवस्वत मनुक पुत्र छल। पौराणिक कथा इक्ष्वाकुक अमैथुनी सृष्टिद्वारा मनुक क्षिक्नीसँ उत्पन्न बतावैत अछि। ओ सूर्यवंशी राजासभ मे पहिल मानल जाइत अछि। उनकर राजधानी कोसल (अयोध्या) छल। उनकर १०० पुत्र बतावल जाइत अछि जाहिमे ज्येष्ठ विकुक्षि छल। इक्ष्वाकु के एक दोसर पुत्र निमि मिथिला राजकुल स्थापित केलक। साधारणत: बहुवचनांतक इक्ष्वाकुसभक तात्पर्य इक्ष्वाकुसँ उत्पन्न सूर्यवंशी राजासभसँ होइत अछि, परन्तु प्राचीन साहित्यमे ओइसँ एक इक्ष्वाकु जातिक सेहो बोध होइत अछि। इक्ष्वाकुक नाम, केवल एक बेर, ऋग्वेदमे सेहो प्रयुक्त भेल अछी जेकरा मेक्समूलर राजाक नै, बल्कि जातिवाचक संज्ञा मानल अछि। इक्ष्वाकुसभक जाति जनपदमे उत्तरी भागीरथीक घाटीमे संभवत: कहियो बैसल छल। किछ विद्वानसभक मतसँ उत्तर पश्चिम के जनपदसभसँ सेहो उनकर सम्बन्ध छल। सूर्यवंशक शुद्ध अशुद्ध सभ प्रकारक वंशावलीसभ देशक अनेक राजकुलसभमे प्रचलित अछि। उनकामे वैयक्तिक राजासभक नाम अथवा स्थानमे चाहे जते भेद हो, उनकर आदि राजा इक्ष्वाकु ही अछि। एहीसँ किछ अजब नै, जे ओ सुदूर पूर्वकालमे कोई ऐतिहासिक व्यक्ति रहल हो।