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१५ जुन २०२०

  • १५:२११५:२१, १५ जुन २०२० अन्तर इति. पागअछि ट्यागसभ: Reverted भिजुअल सम्पादक
  • १५:२०१५:२०, १५ जुन २०२० अन्तर इति. +१ पागअछि अछि अछि अछि अछि ट्यागसभ: Reverted भिजुअल सम्पादक
  • १५:०४१५:०४, १५ जुन २०२० अन्तर इति. +२३० पाग→‎इतिहास: पाग लगेबाक प्रचलन कहियासँ शुरु भेल अछि, एकर ठोस आ तथ्यपरक इतिहास नहि भेटयैक छहि । ब्राह्मणवादी सभ मनोमानी ढंकसँ एकडा अंगिकार केलथि अछि , आ आन जातिके माथ पर चढा दैत अछि । ब्राह्मणवादीक नेतृत्वमे मिथिला क्षेत्रमे भेल वा आयोजना कयल गेल कुनू भी कार्यक्रममें पागक प्रचार सभसँ बेसी होइत अछि । मिथिला क्षेत्रक आन लोकके एहि तरहे काज पसन्द नहि छयैक । तहियो वषौंसँ ई अभियान जबर्जस्ती मिथिलामें जारी अछि । आब त अहि बहाने सोलकन, पिछडावर्ग, दलित सभ मैथिली भाषासँ सेहो कन्छियाही काँट लगत छहि । ओ सभ क ट्यागसभ: Reverted भिजुअल सम्पादक
  • १४:५७१४:५७, १५ जुन २०२० अन्तर इति. +१५,४१४ पागपाग कक्कर ? मैथिली भाषी क्षेत्रमें ‘पाग’ पर बषौंसं विवाद जारी अइछ । हरेक मैथिली गतिविधि आ कार्यक्रममे ई बहस आ विवादके विषय बनैत आइब रहल अइछ । मुद्दा तइयो किछू जाति विशेषक लोक सभ एकर समाधान दिशि कम आ प्रचार दिशि बेसी धडपडीमे रहैत छइथ । मैथिली आ मिथिला पर ब्राह्मणवाद हाबी भेलाक किटानी आरोपक बाबजूद अहि तरहे क्रियाकलाप होनाइ अहितकर अइछ । अहि विषय पर बारम्बार आबाज उठाओल जा रहल अइछ । मुद्दा ओहि आबाजके सुनूबाक प्रयास धरि नहि होएत अइछ । एकडा एकगोटा दूर्भाग्यपूर्ण आवस्था कहि सकैत छी । मैथिली आ मिथिला ब् ट्यागसभ: Reverted भिजुअल सम्पादक
  • १४:४०१४:४०, १५ जुन २०२० अन्तर इति. +१,०४७ पागमिथिला क्षेत्रमे ब्राह्मण बाहेक आन जाति सभके विश्वासमे नहि लए के पागक अभियान चलाओल गेल अछि । ताहिसँ अहि अभियान पर बहुत रास लोकनिके आस्था आ विश्वास नहि छहि । मुदा पागके सरकारी मान्यता भेटलैए । डाक टिकट जारी आ मैकमिलन डिक्शनरीमे पाग शब्दक समावेश भेल अछि । ऐतक पैघ उपलब्धिके बाबजूद आन ब्राह्मण इत्तरमे कुनू उत्साह आ खुशियाली नहि देखल गेल अछि । अखनों पागप्रति ९८ फिसदी जनताक आत्मियता नहि देखल गेल अछि । ट्यागसभ: Reverted भिजुअल सम्पादक
  • १३:४८१३:४८, १५ जुन २०२० अन्तर इति. +१,६४४ पागपाग लगेबाक प्रचलन कहियासँ शुरु भेल अछि, एकर ठोस आ तथ्यपरक इतिहास नहि भेटयैक छहि । ब्राह्मणवादी सभ मनोमानी ढंकसँ एकडा अंगिकार केलथि अछि , आ आन जातिके माथ पर चढा दैत अछि । ब्राह्मणवादीक नेतृत्वमे मिथिला क्षेत्रमे भेल वा आयोजना कयल गेल कुनू भी कार्यक्रममें पागक प्रचार सभसँ बेसी होइत अछि । मिथिला क्षेत्रक आन लोकके एहि तरहे काज पसन्द नहि छयैक । तहियो वषौंसँ ई अभियान जबर्जस्ती मिथिलामें जारी अछि । आब त अहि बहाने सोलकन, पिछडावर्ग, दलित सभ मैथिली भाषासँ सेहो कन्छियाही काँट लगत छहि । ओ सभ कहैय लगला अछि ट्यागसभ: Reverted भिजुअल सम्पादक
  • १३:३६१३:३६, १५ जुन २०२० अन्तर इति. +५३१ पागमिथिलाक लाल पाग पाग मिथिला में माथा पर पहिरल जाएत अछि। पाग मिथिलाके ब्राह्मण आ कर्ण–कायस्थ जातिके थिक । एकरा वेद अथवा संस्कृत में "सिरवश्त्रम" कहल गेल अछि। पगडी आ मुरेठा जँका पाग सेहो एकगोटा पहिरन अछि । पगडी आ मुरेठा जँका पागक प्र्रचलन सब जातिमे नहि अछि । ब्राह्मणवादी सभ मिथिला क्षेत्रमे पाग अभियान चलौने छथि । सोलकन, पिछडावर्ग, दलित आ दमित, शिल्पी समुदाय सभ पागके विरोध कए रहला अछि । बहुत रासि वर्ष पहिले एकरा पत्ता आदि सँ बनाउल जाएत छलै,परन्तु अखन कालांतर में एकरा कपडा सँ बनाएल जाएत छै। विशेष ट्यागसभ: Reverted भिजुअल सम्पादक