रानी चेन्नम्मा
रानी चेनम्मा (कन्नड: ಕಿತ್ತೂರು ರಾಣಿ ಚೆನ್ನಮ್ಮ) (१७७८ - १८२९) भारत क कर्नाटक के कित्तूर राज्यक रानी छल । सन् १८२४ मे (सन् १८५७ क भारतक स्वतन्त्रताक प्रथम सङ्ग्राम सँ ३३ वर्ष पूर्व) ओ हडप नीति (डाक्ट्रिन अफ लेप्स) क विरुद्ध अंग्रेजसभ सशस्त्र संघर्ष केने छल । सङ्घर्षमे ओ वीरगतिक प्राप्त भेल। भारतमे उनका भारतक स्वतन्त्रताके लेल सङ्घर्ष करवाली सबसँ पहिल शासकमे उनकर नाम लेल जाएत अछि ।
रानी चेन्नम्मा | |
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जन्म | ककती, बेलागाम तालुक, ब्रिटिश भारत | २३ अक्टुबर १७७८
मृत्यु | २ फरबरी १८२९ बैलहोन्गल तालुक | (५० वर्ष)
राष्ट्रियता | भारतn |
प्रसिद्धि कारण | भारतीय स्वतन्त्रता लडाकु |
रानी चेनम्माके साहस एवम् उनकर वीरताके कारण देशक विभिन्न हिस्सासभ खासक कर्नाटकमे उनका विशेष सम्मान प्रदान अछि आ उनकर नाम आदरक साथ लेल जाएत अछि । झांसीक रानी लक्ष्मीबाईके सङ्घर्षके पहिले रानी चेनम्मा युद्धमे अंग्रेजसभके पराजित क देने छल । मुदा उनका युद्धमें कामयाबी नै मिलल आ उनका कैद करि लेल गेल छल । अंग्रेजके कैदमे रानी चेनम्माक निधन भ गेल ।