भारतीय स्टेट बैंक
स्टेट बैंक अफ इन्डिया (State bank of India / SBI) भारत के सभसँ पैग एवं सभसँ पुरान बैंक छी।
सार्वजनिक | |
Traded as | |
उद्योग | बैङ्किग, फाइनान्सियल सेवासभ |
स्थापना |
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मुख्यालय | मुम्बई, महाराष्ट्र, भारत |
सेवा क्षेत्र | विश्वव्यापी |
मुख्य लोकनि | रजनीश कुमार (चेयरम्यान) |
उत्पादनसभ | उपभोक्ता बैंकिंग, कर्पोरेट बैंकिंग, वित्त आ बीमा, निवेश बैंकिंग, बन्धक कर्जासभ, निजी बैंकिंग, निजी इक्विटी, बचत, सुरक्षासभ, सम्पत्ती व्यवस्थापन, धन प्रबन्धन, क्रेडिट कार्ड्स |
Revenue | ₹२,९८,६४०.४५ करोड (युएस$४५.०८ बिलियन) (२०१७) |
₹५०,८४७.९० करोड (युएस$७.६८ बिलियन) (२०१७) | |
₹१०,४८४.१० करोड (युएस$१.५८ बिलियन) (२०१७) | |
कूल सम्पति | ₹२७,०५,९६६.३० करोड (युएस$४०८.५१ बिलियन) (२०१७) |
Total equity | ₹१,४४,२७४.६५ करोड (युएस$२१.७८ बिलियन) (२०१६) |
स्वामी | भारतीय सरकार (६१.२३%) |
कर्मचारी सङ्ख्या | २०९,५६७ (२०१७) |
Capital ratio | १३.१२% (२०१६) |
वेबसाइट | sbi.co.in |
टिप्पणी / स्रोतसभ [१][२][३][४] |
२ जून १८०६ मे कलकत्ता मे 'बैंक अफ कलकत्ता' के स्थापना भेल छल। तीन वर्ष के पश्चात एकर चार्टर मिलल तथा एकर पुनर्गठन बैंक अफ बङ्गाल के रूपमे २ जनवरी १८०९ मे भेल। ई अपन तरह के अनोखा बैंक छल जे साझा स्टक पर ब्रिटिश इन्डिया तथा बङ्गाल सरकारद्वारा चलाएल जाइत छल। बैंक अफ बम्बे तथा बैंक अफ मद्रास के शुरुवात बाद मे भेल। ई तीन बैंक आधुनिक भारत के प्रमुख बैंक तखन धरि बनल रहल जखन धरि कि एकर विलय इम्पिरियल बैंक अफ इन्डिया (हिन्दी अनुवाद - भारतीय शाही बैंक) मे २८ जनवरी १९२१ मे नै करि देल गेल।
सन् १९४१ मे पहिल पञ्चवर्षीय योजना के नींव देल गेल जाहिमे गामसभक विकास पर जोड देल गेल छल। ई समय धरि इम्पिरियल बैंक अफ इन्डिया के कारोबार बस किछ शहरसभ धरि सीमित छल। अतः ग्रामीण विकास के मध्ये नजर एक एहन बैंक के कल्पना कएल गेल जेकर पहुँच गामसभ धरि होए तथा ग्रामीण जनता के जेकर लाभ भऽ सके। एकर फलस्वरूप १ जुलाई १९४४ मे स्टेट बैंक अफ इन्डिया के स्थापना कएल गेल, जाहिमे सरकार के हिस्सेदारी ६१.५८% अछि।[५] अपन स्थापना काल मे स्टेट बैंक के कुल ४८० कार्यालय छल जाहिमे शाखासभ, उप शाखासभ तथा तीन स्थानीय मुख्यालय शामिल छल, जे इम्पीरियल बैंकसभक मुख्यालयसभक बनाएल गेल छल।
इतिहास
सम्पादन करीभारतीय स्टेट बैंक के प्रादुर्भाव १९हम् शताब्दी के पहिने दशक मे २ जून १८०६ मे बैंक अफ कलकत्ता के स्थापना के साथ भेल। तीन साल बाद बैंक के अपन चार्टर प्राप्त भेल आ एकरा २ जनवरी १८०९ मे बैंक अफ बङ्गाल के रूप मे पुनगर्ठित कएल गेल। ई एक बैंक एवं वित्तीय संस्था छी। एकर मुख्यालय मुम्बई मे अछि। ई एक अनुसूचित बैंक (scheduled अद्वितीय संस्था आ ब्रिटेन शासित भारत के प्रथम संयुक्त पूञ्जी बैंक छल जेकरा बङ्गाल सरकार द्वारा प्रायोजित कएल गेल छल। बैंक अफ बङ्गगाल के बाद बैंक अफ बम्बे के स्थापना १५ अप्रैल १८४० मे तथा बैंक अफ मद्रास के स्थापना १ जुलाई १८४३ मे कएल गेल। ई तीन् बैंक २७ जनवरी १९२१ मे ओकर इम्पीरियल बैंक अफ इन्डिया के रूप मे समामेलन होए धरि भारत मे आधुनिक बैंकिंग के शिखर पर रहल।
मूलत: एङ्ग्लो-इन्डियनसभद्वारा सृजित तीन प्रसिडेन्सी बैंक सरकार के वित्त उपलब्ध करावे के बाध्यता अथवा स्थानीय यूरोपीय वाणिज्यिक आवश्यकतासभक चलते अस्तित्व मे आएल न कि कोनो बाहिरी दबाव के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था के आधुनिकीकरण के लेल एकर स्थापना कएल गेल। मुद्दा ओकर प्रादुर्भाव यूरोप तथा ईङ्ग्ल्याण्ड मे भेल ई प्रकार के परिवर्तनसभक परिणामस्वरुप आएल विचारसभ तथा स्थानीय व्यापारिक परिवेश वा यूरोपीय अर्थव्यवस्था के भारतीय अर्थव्यवस्था सँ जुडि एवं विश्व-अर्थव्यवस्था के ढाँचा मे भऽ रहल परिवर्तनसभसँ प्रभावित छल।
बाह्य जडीसभ
सम्पादन करीएहो सभ देखी
सम्पादन करीसन्दर्भ सामग्रीसभ
सम्पादन करी- ↑ "Annual Report [2016-17] of State Bank of India" (PDF)।
- ↑ "State Bank of India Consolidated Yearly Results, State Bank of India Financial Statement & Accounts"। www.moneycontrol.com। अन्तिम पहुँच २०१७-06-26।
- ↑ "State Bank of India Yearly Results, State Bank of India Financial Statement & Accounts"। www.moneycontrol.com। अन्तिम पहुँच २०१७-06-26।
- ↑ "From Imperial Bank to State Bank" (PDF)। अन्तिम पहुँच 28 June २०१७।
- ↑ "Archive copy"। मूलसँ 2014-09-03 कऽ सङ्ग्रहित। अन्तिम पहुँच 2018-02-09।
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