बूढानीलकण्ठ मन्दिर
बूढानीलकण्ठ नेपालक काठमाडौं जिलाम अवस्थित प्रसिद्ध तीर्थस्थल छी। ई काठमाडौं उपत्यका उत्तर तर्फ शिवपुरी डाडाक काखम अवस्थित अछि। एहि देवस्थलक लगक स्थानसभक सेहो बूढानीलकण्ठ कहैत अछि।
बूढानीलकण्ठ मन्दिर | |
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निर्देशाङ्क: | २७°४६′४१″N ८५°२१′४४″E / २७.७७८०८०°N ८५.३६२३००°Eनिर्देशाङ्क: २७°४६′४१″N ८५°२१′४४″E / २७.७७८०८०°N ८५.३६२३००°E |
नाम | |
वास्तविक नाम: | बूढानीलकण्ठ |
अवस्थिति | |
देश: | नेपाल |
जिला: | काठमाडौं जिला |
स्थान: | बुढानिलकण्ठ नगरपालिका |
स्थापना तथा नामाकरण
सम्पादन करीप्राचीन समयमा समुद्र मन्थन कालम बहुमूल्य रत्नहरू आर अमृत समेत उपलब्ध भकऽ भयङ्कर कालकुट विष सेहो अगाडि निकलल आवल देवता आर असुरसभ बीच कोलाहल भेल । भगवान् शिव कोलाहलक साम्य करवाक उक्त विष पान केनए छल । उक्त विष पिव उपयुक्त नै भेलाहक अपन गर्दनम अड्काक राखन् छल। विषक प्रभावसँ शिवक गर्दन नील रङ्गक भगेलाह कारण वहि द्ववार उनका नीलकण्ठ कहल जाईत अछि । बूढ शब्द आदरार्थी वाचक भेलाहसँ पुजनीय अर्थम विभूषित करवाक हेतु नीलकण्ठक अगाडि बूढा शब्द राखल गेल अछि हिन्दू धर्मावलम्बीसभक मान्यता अछि। ई प्रस्तर मूर्ति भगवान विष्णुक छी विश्वास करल जाईत अछि तहिना मूर्ति, चतुर्भुज भगवान नारायणक प्रतित होइत अछि । भगवानका चारहातमध्ये तीन हातमा शङ्ख, चक्र आर गदा रहल अछि तहिना चारिम हातम कमलक फूल भेलाहक फरक विभूति खरानी डल्ला जेहन देखल जाईत अछि । भगवान् नीलकण्ठक प्रस्तुत शेषशायी पोखरी परिसरम अन्य देवीदेवताका मूर्तिसभ एवं शिवलिङ्गसभक साथै सत्तल, पाटीसभक साथ यज्ञशाला, होम कुण्डसभ सेहो अछि । भगवानक दर्शन पूजन करला सँ धन धान्यादि परिपूर्ण होवक साथै स्त्री पुत्रसँ सुख सन्तोष भ अन्तम नारायण गति प्राप्त होएत् अछि तेहन नेपाल महात्म्य, हिमवत्खण्डमा उल्लेख कएल गेल अछी।