टेसी थोमस (जन्म १९६३) भारतक एक प्रक्षेपास्त्र वैज्ञानिक छी । ओ भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास सङ्गठनमे अग्नि चतुर्थक परियोजना निर्देशक आ एरोनाटिकल सिस्टम्सक महानिर्देशक छल । भारतमे प्रक्षेपास्त्र परियोजनाक प्रबन्धन केनिहार ओ पहिल महिला छी । हुनका 'भारतक प्रक्षेपास्त्राङ्गना' सेहो कहल जाएत अछि । भारतीय महिला वैज्ञानिक टेसी थोमसकें १९८८ सँ अग्नि प्रक्षेपास्त्र कार्यक्रम सँ संलग्न भेलाक बाद सँ हिनका अग्निपुत्री टेसी थोमसक नाम सँ सेहो जानल जाएत अछि । हिनकर अनेक उपलब्धिसभमे अग्नि-२, अग्नि-३ आ अग्नि-४ प्रक्षेपास्त्रक मुख्य टीमक सदस्य बनि सफल प्रशीक्षण छी । थोमस पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलामकें अपन प्रेरणाक स्रोत मानैत अछि ।[१]

टेसी थोमस
Tessy Thomas
जन्मअप्रैल १९६३ (उमर ६-१–६१)
अलापुझा, केरल
राष्ट्रियताभारतीय
शिक्षापुणेक इन्स्टिच्युट अफ आर्मामेन्ट टेक्नोलोजी सँ एम.टेक
व्यवसायवैज्ञानिक, डीआरडीओ पर
सक्रिय वर्ष१९८८ – वर्तमान
उल्लेखनीय श्रेय(सभ)
अग्नि मिसाइल, परियोजना निर्देशक
शीर्षकवैज्ञानिक
जीवनसाथी(सभ)सरोज कुमार
बालबच्चातेजस

प्रारम्भिक जीवन सम्पादन करी

थोमसक जन्म अप्रिल १९६३मे केरलक अलाप्पुझामे भेल छल, हिनकर जनम एक सीरियाई ईसाई परिवारमे भेल छल ।[२] हिनकर नाम मदर टेरेसा (टेसी टेरेसा या ट्रेसियाक व्युत्पन्न भेलाक बाद) राखल गेल छल ।[३] हिनकर पिता एक IFS अधिकारी छल या छोटे व्यवसायी या लेखाकार छल । हिनकर माता एक शिक्षिका छल ।[४]

शिक्षा सम्पादन करी

करियर सम्पादन करी

सेनामे महिलासभक अधिक प्रतिनिधित्वकें समर्थन सम्पादन करी

थोमस भारतीय सेनामे महिलासभक युद्धक भूमिका देबाक सेहो समर्थन करैत अछि ओ कहैत अछि कि यदि महिला एतेक तत्परता सँ सेनामे भूमिका निभा रहल अछि त ओ युद्ध क्षेत्रमे सेहो भूमिका निभाऽ सकैत अछि ।[१]

महिला-प्रधान टीमक सञ्चालन सम्पादन करी

लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रिय पुरस्कार सम्पादन करी

एहो सभ देखी सम्पादन करी

बाह्य जडीसभ सम्पादन करी

सन्दर्भ सामग्रीसभ सम्पादन करी

  1. १.० १.१ "टेसी थॉमस भारत की "मिसाइल महिला""। खास खबर। अन्तिम पहुँच September 20, 2013
  2. Profile of Dr.Tessy Thomas
  3. "'We watched breathlessly, praying for inner strength as the missile took off'"The Telegraph। अन्तिम पहुँच 2018-01-20
  4. DD News (2016-10-09), Tejasvini: Interaction with Tessy Thomas, The Missile Women of India, अन्तिम पहुँच 2018-01-20