आकृति:मुख्य लेख/अक्टुबर, २०१९

दिपक ईजोतसँ चमकैत रङ्गोली

दीपावाली या दीवाली अर्थात इजोतक पावनि शरद ऋतु (उत्तरी गोलार्द्ध)मे प्रत्येक वर्ष मनायल जाइवला एक प्राचीन हिन्दू पावनि छी । दीपावाली हिन्दु धर्मावलम्वीसभक सबसँ पैग आ हर्ष-उल्लासक पावनिसभमे सँ एक छी । ई पावनि आध्यात्मिक रूपसँ अन्धकार पर प्रकाशक विजयकें दर्शावैत अछि । भारतवर्षमे मनाए जाइवला सम्पूर्ण पावनिसभमे दीपावलीकें सामाजिक आ धार्मिक दुनू दृष्टिसँ अत्यधिक महत्त्व अछि । एकरा दीपोत्सव सेहो कहल जाइत अछि । तमसो मा ज्योतिर्गमय अर्थात अन्धकारसँ ज्योति अर्थात प्रकाशक दिस चली ई उपनिषदसभक आज्ञा छी । एकरा सिख, बौद्ध तथा जैन धर्मक लोकसभ सेहो मनावैत अछि । जैन धर्मक लोक एकरा महावीरक मोक्ष दिवसक रूपमे मनावैत अछि तथा सिख समुदाय एकरा बन्दी छोड़ दिवसक रूपमे मनावैत अछि । (पूरा लेख...)