सलहेश फूलबारि
सलहेश फूलबारि [Salahesh Fulbari] नेपालीय मिथिलाक सिरहा जिलाक मुख्य व्यापारिक केन्द्र लहान बजारक शहिद रमेश चौकसँ लगभग तीन किलोमिटर पश्चिम दिस आ पूर्वपश्चिम राजमार्गके दक्षिण कातमे अवस्थित अछि सलहेस फुलबारि । जत राजा सलहेश आ कुशमा मालिनक प्रेम गाथाक स्वरूप फूल फूलाइत अछि ।
फुलबारि
सम्पादन करीलगभग १० बिघामे पसरल अछि । संस्कृति, पर्यटन तथा नागरिक उड्डयन मन्त्रालयक सार्वजनिक कएल १०० टा नवका पर्यटकीय गन्तव्य सभक सूचीमे सलहेस फूलबारी सेहो पड़ल अछि । फुलबारिक मध्यभागमे हारम नामक गाछी रहल अछि । आम जन–मानसके कहब अनुसार प्रत्येक नव वर्षक पहिल दिन (बैशाख १) गते गाछसँ निच्चा माहे झवरल उज्जर फूल फुलाइत आबि रहल अछि । नेपालक मिथिलावासी अइ फूलकेँ प्रकृतिद्वारा प्रदान कएल गेल विक्रम सम्बतक नववर्षके शुभकामनाक रूपमे लैत अछि ।फूलके गाछमे फूल फूलेनाइ कोनो विशेष बात नइ छियै मुदा एके गाछमे प्रत्येक वर्षक पहिले दिन फूलेनाइ आ बादमे मुर्झाइत चलि जेनाइ आश्चर्यजनक रहल अछि ।सलहेश फुलबारिमे हारम, पाकैर, लावा, सोहरा आ विभिन्न जडीबुटी रहल ई फूलबारीके शीतल जल ग्रहण कएला बाद रिस आ क्रोध शान्त होएब जानकार सभ कहै छथि ।
फूल
सम्पादन करीहारम गाछके लगेमे सहलेस महाराज आ मालिनीक गहबर रहल अछि । युवायुवती उक्त फूलकेँ साक्षी राखि इहए दिन प्रणयसूत्रमे सेहो बन्हाइत छथि। एहिठाँ दर्शन आ पुजन क’ प्रेमी–प्रेमिकाके मनोकामना पूर्ण हएबाक सेहो विश्वास बढ़ैत जा रहल अछि। सङ्गहि निसन्तान माएसभके सन्तान प्राप्ति होइत अछि त सन्तान प्राप्त बाद मुण्डन सेहो करब’ लए अबैत अछि आ कौबला कएलापर चर्म रोगलगायत रोगबियाधिसभ सेहो नइ लागब से जनविश्वास अछि ।