सती प्रथा
सती प्रथा अपन मृतक पतिक चितामे पत्नी जिनदे ज्लनाइ अर्थात आत्म दाह केनाइ सती प्रथा छी । बि सं १९१०मे जङ्बहादुर राणा द्वारा नेपालमे पहिल बेर मुलुकी ऐन जारी करि अहीमे बहुत हद धरि कमी लाबने छल । परन्तु हुन्कर मृत्यु भेलापऽ हुनकर ४२ रानीक सती पठाओल गेल एहन ऐतिहासिक तथ्यसभ भेटैत अछि ।[१][२]
उत्पत्ति आ प्रयोग
सम्पादन करीसती शब्द मुख्यतः हिन्दु देवी सतीसँ आएल अछि, जे अपन पिता दक्ष प्रजापति द्वारा पति शिवक अपमान करल गेल कारणसँ आगिमे कुदि आत्मदाह कएने छल । सती शब्द नितान्त संस्कृत शब्द छी, एकर शाब्दिक अर्थ "असल पत्नी" होइत अछि ।
बाह्य जडीसभ
सम्पादन करी- Commission of Sati (Prevention) Act, 1987. Official text of the Act on Government of India's National Resource Centre for Women (NCRW)
- Maja Daruwala, A History of Sati Legislation in India सङ्ग्रहित २०१३-०६-२२ वेब्याक मेसिन, People's Union for Civil Liberties.
सन्दर्भ सामग्रीसभ
सम्पादन करी- ↑ Sophie Gilmartin (1997), The Sati, the Bride, and the Widow: Sacrificial Woman in the Nineteenth Century, Victorian Literature and Culture, Cambridge University Press, Vol. 25, No. 1, page 141, Quote: Suttee, or sati, is the obsolete Hindu practice in which a widow burns herself upon her husband's funeral pyre...
- ↑ Arvind Sharma (2001), Sati: Historical and Phenomenological Essays, Motilal Banarsidass, ISBN 978-8120804647, pages 19-21