"मधुबनी चित्रकला" के अवतरणसभमे अन्तर

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पङ्क्त्ति १:
[[फाइल:Madhubani painting.jpg|thumb|मधुबनी चित्रकला]]
[[फाइल:Craftswoman at work.jpg|thumb|चित्र बनबैत महिला कलाकार]]
'''मधुबनी चित्रकला''' [[मिथिलान्चल क्षेत्र]] जेना बिहारक [[दरभंगा]], [[मधुबनी]] एवम [[नेपाल]]क कुछ क्षेत्रक प्रमुख [[चित्रकला]]छी । प्रारम्भमे [[रंगोली]]क रुपमे रहैक बाद ई कला धिरे-धिरे आधुनिक रूपमे कपडा, दिवार एवम कागज पर उतैर गेल । [[मिथिला]] महिलासभद्वारा शुरू कएल गेल घरेलु चित्रकलाक पुरुषसभ सेहो अपना लेने अछि ।
 
== इतिहास ==
पङ्क्त्ति ८:
== विशेषता ==
एहि चित्रमे खासकक कुल देवताक सेहो चित्रण होएत अछि । [[हिन्दु]] देव-देवताक तस्विर, प्राकृतिक नजारा जेना-सूर्य आ चन्द्रमा, धार्मिक गाछ-वृक्ष जेना-तुलसी आर विवाहक दृश्य देखला भेटत । मधुबनी पेन्टिङ दुई किसिमक होएत- भितर चित्र आर अरिपन या अल्पना ।
 
== विधिसभ ==
चटख रंगक इस्तमाल खुब कएल जाएत अछि । जेना गाढा लाल रंग, हरियर,बुल्लु आर करिया । कुछ हल्का रंगसँ सेहो चित्रमे निखार आनल जाएत अछि, जेना-पियर, गुलाबि आ नेबो रंग । ई जाएनक परेशान हेबै कि ई रंगक घरेलु समानसँ बनाएल जाएत अछि, जेना-हरदि, केलाक पता, लाल रंगक लेल पिपलक छाल प्रयोग कएल जाएत अछि । आर दुध। भितरक चित्रक अलावा अल्पनाक सेहो [[बिहार]]मे बहुत चलन अछि । एहिक बैठक या दरबाजावक बाहर बनाएल जाएत अछि । पहिले एकरा एहिद्वारे बनाएल जाएत छल ताकि खेतमे बालीक उब्जाउ बढियासँ होए मुदा आइकाइल एकरा घरक शुभ काममे बनाएल जाएत अछि । चित्र बनाबक लेल सलाईक काठी आ बासक कलमक प्रयोगमे आनल जाएत अछि । रंगक पकर बनाबक लेल बबुलक वृक्षक लस्साक मिलाएल जाएत अछि ।
 
समयक साथ मधुबनी चित्रक बनाबक पाछुक मतलब सेहो बदल गेल अछि, मुदा ई कला अपनामे एते चिज समटने अछि कि ई आइयो कलाक कद्रदानक पहिल पसन्दमेसँ अछि ।