"हिन्दू धर्म" के अवतरणसभमे अन्तर

→‎इतिहास: सुधार
पङ्क्त्ति ११:
सनातन धर्म पृथ्वीक सभसँ प्राचीन धर्मसभमे सँ एक छी; मुदा एकर इतिहासक बारेमे बहुतो विद्वानसभक भिन्न मत अछि । आधुनिक इतिहासकार हड़प्पा, मेहरगढ़ आदि पुरातात्विक अन्वेषणसभक अनुसार एहि धर्मक इतिहास किछ हज़ार वर्ष पुरान मानैत अछि । जहि ठाम भारत (आ आधुनिक पाकिस्तानी क्षेत्र)क [[सिन्धु घाटी सभ्यता]]मे हिन्दू धर्मक बहुतो चिह्न मिलैत अछि । एहिमे एक अज्ञात मातृदेवीक मुर्तीसभ, [[भगवान शिव]] [[पशुपति]] जेहन देवताक मुद्रासभ, शिवलीङ्ग, पीपलक पूजा, इत्यादि मुख्य अछि । इतिहासकारसभक एक दृष्टिकोणक अनुसार ई सभ्यताक अन्त कऽ कालखण्डमे मध्य एशियासँ एक अन्य जातिक आगमन भेल, जे स्वयं कऽ '''आर्य''' कहैत छल आ संस्कृत नामक एक [[हिन्द यूरोपीय]] भाषा बोलैत छल । एक अन्य दृष्टिकोणक अनुसार [[सिन्धु घाटी सभ्यता]]क लोकसभ स्वयं आर्य छल आर हुनकासभक मूलस्थान भारतमे छल ।
 
आर्यसभक सभ्यता कऽ [[वैदिक सभ्यता]] कहैत अछि । पहिनेक दृष्टिकोणक अनुसार लगभग १७०० ईसा पूर्वमे आर्य अफ़्ग़ानिस्तान, कश्मीर, पञ्जाव आ हरियाणामे बसि गेल । तखनसँ ओ लोकसभ (हुनकासभक विद्वान ऋषि) अपन देवतासभक प्रसन्न करऽक लेल वैदिक संस्कृतमे मन्त्र रचैत छलाह । पहिल चारि वेद रचल गेल, जहिमे [[ऋग्वेद]] प्रथम छल । ओकर बादमे उपनिषद जका ग्रन्थ आएल । हिन्दू मान्यताक अनुसार वेद, उपनिषद आदि ग्रन्थ अनादि, नित्य अछि, ईश्वरक कृपासँ अलग-अलग मन्त्रद्रष्टा ऋषिसँकऋषिसभ द्वारा अलग-अलग ग्रन्थसभक ज्ञान प्राप्त भेल छल जिनकासभक द्वारा पुनः ओकरा लिपिबद्ध कएल गेल । [[बौद्ध धर्म|बौद्ध]] आर [[जैन धर्म|धर्मसभ]]क अलग भऽ जेबाक बादबादमे वैदिक धर्ममे बहुतो परिवर्तन आएल । नव देवता आ नव दर्शनसभ अगाड़ी आएल । एहि अनुसार आधुनिक हिन्दू धर्मक जन्म भेल ।
 
दोसर दृष्टिकोणक अनुसार हिन्दू धर्मक मूल कदाचित [[सिन्धु सरस्वती परम्परा]] (जकर स्रोत मेहरगढ़क ६५०० ईपू संस्कृतिमे मिलैत अछि) सँ पहिनेक भारतीय परम्परामे अछि ।