"समाजवाद" के अवतरणसभमे अन्तर

+इतिहास
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== इतिहास ==
आदिकालीन साम्यवादी समाजमे मनुष्य पारस्परिक सहयोगद्वारा आवश्यक चीजसभक प्राप्ति आ प्रत्येक सदस्यक आवश्यकतानुसार ओकर आपसमे बँटवारा करैत छल । मुदा ई साम्यवाद प्राकृतिकें छल; मनुष्यक सचेत कल्पना पर आधारित नै छल । आरम्भक [[इसाई]] पादरीसभक रहन-सहनक ढङ्ग बहुत किछ साम्यवादी छल, ओ एक सङ्ग आ समान रूपसँ रहैत छल, मुदा ओकर आय स्रोत धर्मावलम्बीसभक दान छल आ ओकर आदर्श जनसाधारणक लेल नै, नै तँ मात्र पादरीसभधरि सीमित छल । ओकर उद्देश्य सेहो आध्यात्मिक छल, भौतिक नै । ई बात मध्यकालीन इसाई साम्यवादक सम्बन्धमे सेहो सही अछि । [[पेरु]] देशक प्राचीन [[इन्का]] सभ्यताकें 'सैन्य साम्यवाद' कऽ संज्ञा देल जाइत अछि, मुदा ओकर आधार सैन्य सङ्गठन छल आ ओ व्यवस्था शासक वर्गक हितसाधन करैत छल । नगरपालिकाद्वारा लोकसेवासभक साधनसभक प्राप्त करनाए, अथवा देशक उन्नतिक लेल आर्थिक योजनासभक प्रयोग मात्रक समाजवाद नै कहल जाए सकैत अछि, कियाकी ओ आवश्यक नै अछि की ओकरद्वारा पूँजीवादकें हानी होए । [[नात्सी दल]]द्वारा बैङ्कसभकें राष्ट्रियकरण कएल गेल छल मुदा पूँजीवादी व्यवस्था अक्षुण्ण रहल छल ।
 
समाजवादक भावनात्मक ढाँचा गढ़ऽ में [[इङ्ल्यान्ड]]मे सत्रहम शताब्दीक समय इसाई धर्मक दायरामे विकसित [[लेवलर्स तथा डिग्गर्स]] आ सोलहम आ सत्रहम शताब्दीक मध्य युरोपमे विकसित होमए वाला [[एनाब्यापटिस्ट]] जका र्‍याडिकल आन्दोलनसभक महत्वपूर्ण भूमिका रहल अछि । मुदा समाजवादक आधुनिक आ औपचारिक परिकल्पना फ्रान्सेली विचारकसभ साई-सिमोन आ चार्ल्स फुरिए तथा ब्रिटिश चिन्तक [[राबर्ट ओभेन]]क निष्पत्ति सँ निकलैत अछि । समाजवादक ई शुरुआती विचारक व्यक्तिवाद आ प्रतिस्पर्द्धाक स्थान आपसी सहयोग पर आधारित समाजक कल्पना करैत छल । हुनका विश्वास छल की मानवीय स्वभाव आ समाजक विज्ञान लाधि सामाजिक अर्थकें बेहतर रूप देल जाए सकैत अछि । मुदा वाञ्छित सामाजिक रूपसभक ठोस ब्योरा, ओकरा प्राप्त करवाक रणनीति तथा मानव प्रकृतिक समझकें लऽ ओ दुनू बीच बहुत प्रकारक मतभेद छल । उदाहरणक लेल, साई-सिमोन तथा फुरिए [[रूसो]]क ई मत सँ सहमत नै छल की मनुष्यक प्रकृति अपन बनावटमे तँ नीक, उदात्त आ विवेकपूर्ण अछि मुदा आधुनिक समाज आ निजी सम्पत्ति ओकरा भ्रष्ट करि देनए अछि । एकर विरोधमे हुनकर तर्क ई छल की मानवीय प्रकृतिकें किछु स्थिर आ निश्चित रूप होएत अछि जकर परस्पर सहयोगक आधार पर आपसमे मेल कराएल जाए सकैत अछि । ओभेनक मत साई-सिमोन आ फुरिए सँ भिन्न छल । ओकर कहनाम् छल की मनुष्यक प्रकृति बाहरी परिस्थितिसभ सँ तय होएत अछि आ ओकर इच्छित रूप देल जाए सकैत अछि । याह लेल समाजक परिस्थितिसभकें एहन प्रकार सँ परिवर्तन कएल जाना चाही की मनुष्यक प्रकृति पूर्णताक दिस बढ़ल जाए सकै । ओकर अनुसार यदि प्रतिस्पर्द्धा आ व्यक्तिवादक स्थान आपसी सहयोग आ एकताकें बढ़ावा देल जाएत तँ पुरे मनुष्यताक भला कएल जाए सकैत अछि ।
 
समाजवादक राजनीतिक विचारधारा उन्नैसम शताब्दीक तेसर आ चारिम दशकक समय [[इङ्ल्यान्ड]], [[फ्रान्स]] तथा [[जर्मनी]] जका युरोपेली देशसभमे लोकप्रिय होमए लागल छल । उद्योगीकरण आ शहरीकरणक तेज गति तथा पारम्परिक समाजक अवसानद्वारा युरोपेली समाजक सुधार आ परिवर्तनक शक्तिसभक अखाड़ा बनाए देनए छल जहिमे मजदूर सङ्घ आ चार्टरवादी समूहसभ लगायत एहन गुट सक्रिय छल जे आधुनिक समाजक स्थान प्राक-आधुनिक सामुदायिकतावादक वकालत करि रहल छल ।
 
[[कार्ल मार्क्स|मार्क्स]] आ [[एङ्गेल्स]]द्वारा प्रतिपादित [[वैज्ञानिक समाजवाद]]क विचार सामाजिक आ राजनीतिक उथलपुथलक ई पृष्ठभूमिमे विकसित भेल छल । मार्क्सद्वारा साई-सिमोन, फुरिए आ ओभेनक विचारसभ सँ प्रेरणा तँ लेलक, मुदा अपन वैज्ञानिक समाजवादक प्रतिस्पर्धा हुनकर समाजवादकें काल्पनिक घोषित करि देलक । याह पूर्ववर्ती चिन्तकसभक जका मार्क्स समाजवादक कोनो एहन आदर्श नै मानैत छल की ओकर स्पष्ट खाका खीचल जाए । मार्क्स आ एङ्गेल्स समाजवादकें कोनो स्वयं-भू सिद्धान्त नै भए पूँजीवादक कार्यप्रणालीसँ उत्पन्न होमए वला स्थितिक रूपमे देखैत अछि । हुनकर ई माननाए छल की समाजवादक कोनो भी रूप ऐतिहासिक प्रक्रिया सँ आएत । याह समझक कारण मार्क्स आ एङ्गेल्सक समाजवादक विस्तृत व्याख्या केनाए या ओकरा परिभाषित केनाए सेहो कठिन छल । हुनका लेल समाजवाद मुख्यतः पूँजीवादके नकारात्मक प्रत्यय छल जकरा एक लम्बा क्रान्तिकारी प्रक्रियाक आधार पर अपन पहचान स्वयं बनेनाए छल । समाजवादक विषयमे मार्क्सक सभसँ महत्त्वपूर्ण रचना 'क्रिटीक अफ द गोथा प्रोग्राम' छी जहिमे ओ समाजवादकें साम्यवादी समाजक दुई चरणसभकें मध्यवर्ती अवस्थाक तौर पर व्याख्यायित केनए अछि ।
 
==सन्दर्भ सामग्रीसभ==
प्राप्ति स्थल "https://mai.wikipedia.org/wiki/समाजवाद"