"कामदेव" के अवतरणसभमे अन्तर

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पङ्क्त्ति ३४:
== कामदेवक प्रमुख अंग ==
इतिहास कथामे कामदेवके नयन, भौ आ माथक विस्तृत वर्णन मिलैत अछि । उनकर नयनोक बाण या तीर की संज्ञा देल गेल अछि । शारीरिक रूप से नयनोक प्रतीकार्थ ठीक उनकर शस्त्र तीर के समान मानल गेल अछि । उनकर भवोक कमानक संज्ञा देल गेल अछि। ई शान्त होएत अछि, लेकिन इशारामेही अपन बात कहल अछि । ई किसी संग या सहारके सेहो आवश्यक्ता नै होएत अछि । कामदेवक माथा धनुषके समान अछि, जे अपन भीतर चन्चलता समेटल होएत अछि लेकिन ई पूरी तरह स्थिर होएत अछि। माथा पूरे शरीरक सर्वोच्च हिस्सा छी, ई दिशा निर्देश देएत अछि।
==सन्दर्भ सामग्रीसभ==
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==बाह्य जडीसभ==
==एहो सभ देखी==
प्राप्ति स्थल "https://mai.wikipedia.org/wiki/कामदेव"