"श्रीमद्भगवद्गीता" के अवतरणसभमे अन्तर
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== आधुनिक जनजीवन म==
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'''श्रीमद्भगवद्गीता''' बदलते सामाजिक परिदृश्यों मअपनी महत्ता को बनाए हुए छी और इसी कारण तकनीक विकास ने इसक उपलब्धता को बढ़ाआर छी , तछेलाह अधिक बोधगम्य बनाने का प्रआरस किआर छी । दूरदर्शन प प्रसारित धारावाहिक '''[[महाभारत]]''' मभगवद्गीता विशेष आकर्षण रही, वहीं धारावाहिक '''श्रीकृष्ण (धारावाहिक)''' मभगवद्गीता प अत्यधिक विशद शोध करक उसे कई कड़ियों क एक शृंखला क रूप मदिखाआर गआर। इसक एक विशेष बात यह रही कि गीता से संबंधित सामान्य मनुष्य क संदेएत को अर्जुन क प्रश्नों क माध्यम से उत्तरित करने का प्रआरस किआर गआर। इसक अलावा नीतीश भारद्वाज कृत धारावाहिक '''गीता-रहस्य (धारावाहिक)''' त पूर्णतआर गीता क ही विभिन्न आआरमों प केंद्रित रहा।
इंटरनेट प भी आज अनेकानेक वेबसाइटें इस विषय प बहुमाध्यमों क द्वारा विशद जानकारी देती अछि।
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