विनयानन्द झा
विनयानन्द झा (अङ्ग्रेजी: Binayanand Jha , जन्म: १९५१ जनवरी २१) एक सुपरिचित प्राच्यविद् आ मैथिली कवि छी। विनयानन्दक जन्म बिहारक मधुबनी जिलाक मङ्गरौनी नामक गाममे भेल छल। सामाजिक आ सांस्कृतिक इतिहास तथा विशेषतः मिथिला संस्कृति पर हिनकर काज महत्त्वपूर्ण रहल अछि। संस्कृत एवं मैथिली साहित्यमे सेहो हिनकर अवदान अविस्मरणीय अछि। कवि, गवेषक आ चिन्तक रूपमे हिनकर ख्याति निरन्तर चढ़िये रहल अछि।[कृपया उद्धरण जोड़ी] सामाजिक कार्यसभमे हिनकर रुचि आ संलग्नता प्रेरणास्पद अछि।[कृपया उद्धरण जोड़ी]
विनयानन्द झा | |
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जन्म | जनवरी २१, १९५१ |
सक्रिय वर्ष | वर्तमान |
साहित्यिक जीवन
सम्पादन करीकृतिसभ
सम्पादन करीहिनकर किछु महत्त्वपूर्ण कार्य निम्नलिखित अछि:
- दार्शनिक शिक्षा का पारम्परिक केन्द्र मिथिला,
- महामहोपाध्याय गोकुलनाथ प्रणीत शिवस्तुतिक मैथिली अनुवाद नीलाक्षी,
- मिथिला की सारस्वत सुषमा,[१]
- महामहोपाध्याय सचल मिश्र (सह-लेखक),
- मिथिला में पञ्जीकरण का इतिहास (अप्रकाशित),[२]
- महामहोपाध्याय मोहन मिश्र विरचित राधानयनद्विशतीक हिन्दी रूपान्तरण ।
- विनय नयन नीलिमा विलास (गीतगोविन्दक मैथिली पद्यमय अनुवाद)
- विनयलता अनुराग (मैथिली कविता संग्रह)
- मधुबनी : वर्तमान और अतीत (अप्रकाशित,मधुबनी जिलाक इतिहास)
- किलाघाट (अप्रकाशित मैथिली उपन्यास)
एकर अतिरिक्त हुनकर विभिन्न पत्र-पत्रिकामे विभिन्न विधाक रचना सभ सेहो प्रकाशित अछि।