यार्सा गुम्बा
colspan=2 style="text-align: center; background-color: transparent; text-align:center; border: 1px solid red;" | यार्सा गुम्बा | |
---|---|
यार्सागुम्बा मृत झुसिलकिरासँ ब | |
colspan=2 style="min-width:15em; text-align: center; background-color: transparent; text-align:center; border: 1px solid red;" | वैज्ञानिक वर्गीकरण | |
जगत: | |
सङ्घ: | |
वर्ग: | |
गण: | |
परिवार: | |
वंश: | |
प्रजाति: | O. sinensis
|
colspan=2 style="text-align: center; background-color: transparent; text-align:center; border: 1px solid red;" | वैज्ञानिक नाम | |
Ophiocordyceps sinensis (Berk.) G.H.Sung, J.M.Sung, Hywel-Jones & Spatafora (2007)
| |
colspan=2 style="text-align: center; background-color: transparent; text-align:center; border: 1px solid red;" | पर्याय[१] | |
Sphaeria sinensis Berk. (1843) |
यार्सा गुम्बा एक बहुमुल्य जडिबुटि छी। लामा भाषाम यार्साक अर्थ आधाजीव आ गुम्बाक अर्थ आधा गाछ वा बुटी (हर्बस्भ) होएत अछि। विश्वम अखन धरि Cordyceps वर्गक ढुसीसभ (sac fungus)क ६८०सँ बेसी प्रजातीसभ भेटल अछि। ई मध्य सबैसँ परिचित ढुसी यार्चागुम्बाके अंग्रेजीम Caterpillar fungus कहैत अछि । एकर बैज्ञानिक नाम Cordyceps Sinensis छी । ल्याटीन शब्दसभ cord "club", ceps "head" आर चिनीयाँ अर्थम sinensis सँग एकर वैज्ञानिक नाम Cordyceps Sinensis राखल गेल अछि। यार्सागुम्बा नेपाल आर तिब्बतक हिमाली भागम भेटवाला एक प्रकारक बहुमुल्य जडीबुटी छी । ई समुन्द्र सतहसँ ३,००० मीटर सँ ६,००० मीटरक उचाईम भेटल जाएत अछि । एकरा तिब्बती भाषाम यार्साकुन्भु तथा यार्सागुन्बु कहैत अछि । जहिमे 'यार'क अर्थ बर्षा,'सा'क अर्थ घाँस आर 'कुन्भु'क अर्थ हिउँ किरा अर्थात बर्षाम घाँस आर हिउँदम किरा सेहो बुझल जायेत अछि । यार्सागुम्बा एक प्रकारक झुसिलकिराक माथसँ ढुसीसे बनैत अछि । हिमाली भेगम हिउँद खतम भेलाक बाध बैशाख सँ हिउँ पगलेत अछि आ बिरुवासभम फूल शुरु होएत अछि , ओही समयम पुतलीसभ फुल दैत अछि । सोहि पुतलिक लार्भा अवस्थाम रहल झुसिलकिरा जमीन नीचा जाएत अछि आर उक्त झुसिलकिराक माथम ढुसी होएत अछि । एकर जमीन माथिक ढुसी च्याउ खैर रंगक आर जमीनम भेल भाग पियर रंगक होएत अछि । जमीनमे भेल भाग ४ मि. मि. मोट आर ४ से. मि. जेहन लम्बा तथा उपरका भाग महिन ५-६ से. मि. जेहन लम्बा होएत अछि ।
उपयोग
सम्पादन करीविश्वमा १००, चीनमा २१, भारतमा ७ आर नेपालमा २ प्रजातिक यार्सा गुम्बा पावल जाएत अछि । एकरा यौन शक्ति बर्धक आर सर्वगुण सम्पन्न टनिकको रूपम लेल जाएत अछि । पुरुष नपुंसकता आर अजीर्ण अपचमा स्थानीय मुर्गाक मासुम आर मृगौलाक रोगम सुँगरक मासुम एकरा मिलाक खाइत अछि । खोकी, दम, क्षयरोग, अनिद्रामे एकरा चिनिया औषधी विधि अनुसार सेवन करल जायेत अछि । बीर्यम शुक्राणुक संख्या बढावैल आर शुक्राणुक स्वस्थ्य राख्नम अण्ड आर डिम्बाशयक खराबी कमलपित्त जन्डिसम ई उपयोगी देखल गेल अछि । स्नायु सम्बन्धी रोग अनिद्रा मांशपेसीक दुखाई श्वासप्रश्वास सम्बन्धी रोगम कोलेष्ट्रोल घटावम रोग प्रतिरोधक क्षमता बढावल ई उपयोगी होएत अछि । हाल यार्सागुम्बाक चामल, चिया आदिम मिसावट बजारम बिक्री वितरण करैत अछि ।
नेपालक हिमाली भेगम भेटऽ वाला यार्सा गुम्वा प्रकृतिक अनुपम उपहार छी । यार्सागुम्वा सन् २००१ धरि व्यपारिक प्रयोजनम नै छल आर मुल्य सेहो नै छल। अखन् एकर मुल्य प्रति किलो दुई लाख तक तोकल गेल अछि । अत्यन्त महङ्ग मुल्यम बिक्री होववाला यार्सा गुम्बा नेपालम येल्लो लिभिङ गोल्ड (अंग्रेजी:Yellow Living Gold) क रुपमा समेत पहिचान दै लागल अछि।[२]
सन्दर्भ सामग्रीसभ
सम्पादन करी- ↑ "Ophiocordyceps sinensis (Berk.) G.H. Sung, J.M. Sung, Hywel-Jones & Spatafora 2007"। MycoBank। International Mycological Association। अन्तिम पहुँच 2011-07-19।
- ↑ नेपाल परिचय/नेपाल सरकार,सूचना तथा सञ्चार मन्त्रालय सूचाना विभाग