पेशवा
मराठा साम्राज्य के प्रधानमन्त्रीसभक पेशवा (मराठी: पेशवे) कहैत छल। ई राजाक सलाहकार परिषद अष्टप्रधानक सभसँ प्रमुख होइत छल। राजाक बाद इनकर स्थान आवैत छल। शिवाजीक अष्टप्रधान मन्त्रीमण्डलमे प्रधानमन्त्री अथवा वजीरक पर्यायवाची पद छल। 'पेशवा' फारसी शब्द छी जेकर अर्थ 'अग्रणी' छी। पेशवाक पद वंशानुगत नै छल। आरम्भमे, संभवत: पेशवा मर्यादामे अन्य सदस्यसभक बराबर ही मानल जाइत छल। छत्रपति राजारामक समयमे पन्त-प्रतिनिधिक नवनिर्मित पद, राजाक प्रतिनिधि होए के नाता पेशवासँ ज्येष्ठ ठहराएल गेल छल। पेशवाई सत्ताक वास्तविक संस्थापनक, तथा पेशवा पदक वंशपरम्परागत रूप दै कऽ श्रेय ऐतिहासिक क्रमसँ सातम पेशवा, बालाजी विश्वनाथक जाइत अछि। मुदा, ई परिवर्तन छत्रपति शाहूक सहयोग आ सहमतिद्वारा ही सम्पन्न भेल।
- पेशवासभक शासनकाल-
- बालाजी विश्वनाथ पेशवा (१७१४-१७२०)
- प्रथम बाजीराव पेशवा (१७२०-१७४०)
- बालाजी बाजीराव पेशवा ऊर्फ नानासाहेब पेशवा (१७४०-१७६१)
- माधवराव बल्लाल पेशवा ऊर्फ थोरले माधवराव पेशवा (१७६१-१७७२)
- नारायणराव पेशवा (१७७२-१७७४)
- रघुनाथराव पेशवा (अल्पकाल)
- सवाई माधवराव पेशवा (१७७४-१७९५)
- दूसरे बाजीराव पेशवा (१७९६-१८१८)
- दूसरे नानासाहेब पेशवा (सिन्घासन पर नै बैठ पावल)
सन्दर्भ ग्रन्थ
सम्पादन करी- (१) ग्रान्ट डफ : हिस्ट्री अफ द मराठाज;
- (२) जी. एस. सरदेसाई : हिस्ट्री अफ द मराठाज;
- (३) डा. जटुनाथ सरकार फाल अफ द मुगल एंपाएर;
- (४) डा. वी. जी. दिघे : पेशवा बाजीराव एण्ड मराठा एक्स्पेन्शन;
- (५) अनिल चन्द्र बैनर्जी : पेशवा माधवराव प्रथम;
- (६) डा. आर. डी. चोक्से : द लास्ट फ्रेज ;
- (७) एच. एन. सिन्हा : राइज ऑव द पेशवाज;
- (८) क्याम्ब्रिज हिस्ट्री अफ इण्डिया, जिल्द ५;
- (९) डा. सुरेद्रनाथ सेन : ऐडमिनिस्ट्रेटिव सिस्टम अफ द मराठाज।