नेपालक पहिल संविधान सभा
नेपालक पहिल संबिधान सभा एक सदनीय अंग छल जे वि.स २०६५ जेठ १५ सँ वि.स. २०६९ जेठ १५ धरि कार्य कैलक। अहि संबिधान सभाक सदस्यसभक निम्ति निर्वाचन वि. सं २०६४ साल चैत्र २८ गते सम्पन्न भेल छल। संबिधान सभाके नेपालक नयाँ संबिधान लेख्ने जिम्मेवारी दियोने छल। अहि सभा व्यवस्थापिका संसदक रुपमे समेत काम कारब अधिकार प्राप्त भेल । ई संबिधान सभामे पहिल भेल, निर्वाचित भेल सिट अर्थात् प्रत्यक्ष तर्फ २४० जना सदस्यसभ, समानुपातिक सिटक तर्फसँ ३३५ सदस्यसभ आ बाँकी २६ जना सदस्यसभ मन्त्रिपरिषद्क सिफारिसमे निर्वाचित भेल छल।
तत्कालिन नेकपा – माओवादी सबसँ पैग पार्टीक रुपमे निर्वाचित भेल। पहिल संबिधान सभाक पहिल वैठकी नेपालके राजतन्त्रसँ गणतन्त्र राज्यक रुपमे परिभाषित कैलक।
पहिल संबिधान सभाल तोकल समयमे संबिधान दिन असफल भेलावाद अहिक म्याद पुन: चार वर्षक लेल बढाउने छल। चार वर्ष पश्चात वि.स. २०६९ जेठ १५ गते संविधानक मस्यौदा तयार करै असफल भेला कारण पहिल संविधानसभा भंग भेल। दोश्रो संबिधान सभाक सदस्यसभक निर्वाचन वि.स. २०७० मंसिर ४ गते सम्पन्न भेल।
अन्तत: २०७२ असोज ३ गते अहि संविधान सभासँ नेपालक संविधान २०७२ जारी भेल ।
संविधान सभाक पहिल बैठक
सम्पादन करीसमानुपातिक तर्फसे आधाकारिक आ अन्तिम नतिजा वि.स. २०६५ वैशाख २५ गते निकालने छल। वैशाख ३० गते भेल निर्णय अनुरुप संबिधानसभाक पहिल वैठक जेठ १५ गते बसैल जेक लेल जेठ १४ गते नै सभासदसभ शपथ ग्रहण केने छल।
२०६५ साल जेठ १५ गते बसैल पहिल बैठकी नेपाल संघीय लोकतान्त्रिक गणतन्त्र मुलुक भेल घोषणा कैलक । अहिसँ नेपालमे २३८ बर्ष पुराना राजतन्त्रक अन्त्य भऽ गणतन्त्रक स्थापना भेल छल। कुल ५६४ जना सदस्यक मतदानमे ५६० ई निर्णयक पक्षमे मत खसालक तहिना राप्रपा – नेपालक ४ सदस्यसे विपक्षमे अपन मत खसालक। २०६५ जेठ १५ गते बसैल संविधानसभाक पहिल बैठकमे मुलुक गणतन्त्र भेल घोषणा कैलक ओहिके १५ दिनपछा राजा ज्ञानेन्द्र नारायणहिटी राजदरबारसँ विदा भेल।
सत्ता साझेदारीमे छलफल
सम्पादन करीसत्ता साझेदारक विषयमे छलफल कैर जेठ १९ गते तत्कालिन नेकपा माओवादी, नेपाली कांग्रेस आ नेकपा – एमाले सहित १३ राजनीतिक दलक नेतासभक शान्ति तथा पुनर्स्थापना मन्त्रालयमे भेट वार्ता करलावादो कोनो निचोड नै निलल । नेकपा माओवादी राष्ट्रपति आ प्रधानमन्त्री दुनुके दावी कैर रहल छल तहिना नेपाली कांग्रेस आ नेकपा – एमाले ई प्रस्तावके अस्विकार केने छल । ओसभ ई विषयके संबिधान सभाक एक सामान्य मतदानमार्फत टुंगो लवैएल पक्षमे एकमत छल ।
जेठ १९ मे गोरखामे एक रयालीके सम्बोधन करैत नेकपा – माओवादीक अध्यक्ष प्रचण्ड गिरिजाप्रसाद कोइरालाके दुइ-तीन दिनमे राजीनामा दिन अल्टिमेटम मात्रै नै देलक अना करलासँ सडक संघर्ष चर्काउने चेतावनी समेत देने छल ।
जेठ १९ मे पुर्व राजा ज्ञानेन्द्र अपन बसोबासक निम्ति प्रबन्ध मिलादी सरकारके अनुरोध क अनुरुप जेठ २२ गते नेपाल सरकार नागार्जुन दरबार प्रदान करैल निर्णय केलेक। जेठ १९ मे प्रचण्ड कोइरालाके भेट जेठ २३ धरि सरकारसँ पछा नै हैट सडक आन्दोलन करब धम्की देलक । जेठ २२ मे तीन दल – नेकपा – माओवादी, नेपाली कांग्रेस आ नेकपा एमाले – वैठक बसेल मुदा सहमति जुटल नै सकल ।
जेठ २३ गते नेकपा – माओवादीक केन्द्रिय समितिक वैठक राष्ट्रपतिक लेल अपन दलके अडान नै रखै मुदा राष्ट्रपतिक लेल नागरिक समाजसँ सदस्य राइख्न सकल विकल्प प्रस्तुत कैलक। माओवादी संसदसँ हवैवाला प्रधानमन्त्रीय पद्धतिप्रति पार्टीक विरोध रहल धारणा सार्वजनिक कैलक।
जेठ २३ मे संबिधानसभाक दोर्श्रो वैठक बसैल मुदा दलसभबीच असमझदारी रहलकारण ओ कोनो ठोस निर्णय नै देलक।
जेठ २९ गते पुर्वराजा ज्ञानेन्द्र नारायणहिटी दरबारमे पत्रकार सम्मेलन कैर अपन गणतन्त्रके स्वकार कैर आ एकरा पूर्ण सहयोग करब वाचा देलक। ओ नेपालमे रहव इच्छा कैर आ नेपालबाहर कोनो प्रकारक सम्पति नरहल खुलासा कऽ अपन सम्पति राख्न पावत आशा व्यक्त कैलक। ज्ञानेन्द्र ओहि दिन नारायणहिटी दरबार छाइड नागार्जुन दरबार गेल।
जेठ ३० गते सरकारमे सम्मेलित नेकपा - माओवादीक मन्त्रीसभ राजीनामा दऽ । स्थानीय विकास मन्त्री देव गुरुङ राजीनामा सङ्क्रमणकालक अन्त्य आ नया सरकारक चल्दी गठनके निम्ति राजीनामा दऽ प्रष्टोक्ति देलक । मुदा मन्त्रीसभक राजीनामा प्रधानमन्त्री कोइरालाके नै देलासे ई प्रभावकारी नै भेल ।
असार ५ गते तीन ठुला दल संबिधान संशोधन कऽ दुइ तिहाईसँ नेभेल संबिधान सभाक सामान्य मतदान प्रक्रिया मार्फत प्रधानमन्त्रीक चयन कैर सहमतिमे पुगल। ओहि दिन पार्टीसभाके माओवादी लडाकुसभ्के नेपाली सेनामे समायोजन करब निर्णय समेत लेलक। मुदा सत्ता साझेदारीमे कोनो किसिमक सहमति नै भेल।
असार ७ गतेको सात दलीय मोर्चाक वार्तामे नेकपा – माओवादी तर्फक मन्त्रीसभके सामुहिक राजीनामा दऽ। असार १० गते पुन: सात दलीय मोर्चाक वैठकसे संबिधानमे संसोधन कैर राष्ट्रपति निर्वाचन बहुमतक आधारमे होएब सहमति केलक ।
ओहि दिन मन्त्रीपरिषद नियुक्त कैर २६ जना संबिधान सभा सदस्यक निम्ति सिट-बाडफाडमे सहमति जुटल। नेकपा – माओवादीले ९ सिट, नेपाली काँग्रेस आ नेकपा – एमाले ५ सिट, मधेशी जनाधिकार फोरम २ सिट, सद्भावना पार्टी, नेपाल किसान एंव मजदुर पार्टी, जनमोर्चा नेपाल आ नेकपा – मालेले १ सिटमे समझदारी जुटल।