कालका-शिमला रेलवे

कालका-शिमला रेलवे (अङ्ग्रेजी: Kalka–Shimla Railway) सन् १८९८ मे ब्रिटिश शासनक ग्रीष्मकालीन राजधानी शिमलाक कालका सँ जोडक लेल दिल्ली अम्बाला कम्पनीक ई रेलमार्गक निर्माणक जिम्मेदारी सौपल गेल छल । समुद्र सतह सँ ६५६ मिटरक उचाई पर स्थित कालका (हरियाणा) रेलवे स्टेशनक छोडला बाद ट्रेन शिवालिकक पहाडीसभके घुमावदार रास्ता सँ गुजरति २,०७६ मिटर उपर स्थित शिमला धरि जाति अछि । सन् २००५ जुलाईमे युनेस्को कालका-शिमला रेलवेके निलगिरी हिमालय रेलवेदार्जिलिङ हिमालय रेलवे संगे विश्व धरोहर स्थलक एक विस्तारक रूपमे मान्यता देनए छल आ तखन सँ एकरासभके संयुक्त रूप सँ भारतक पर्वतीय रेलक नाम सँ जानल जाइत अछि ।[१][२]

युनेस्को विश्व सम्पदा क्षेत्र
भारतक पर्वतीय रेल
विश्व सम्पदा सूचीमे उल्लेख कएल अनुसारक नाम
ट्रेन सँ लेल गेल दृश्य

प्रकारसांस्कृतिक
मापदण्डii, iv
सन्दर्भ९४४
युनेस्को क्षेत्रदक्षिण एसिया
सूचीकृत इतिहास
सूचीकृत१९९९ (२३अम शत्र)
फैलाव२००५; २००८


रेलमार्ग सम्पादन करी

सन्दर्भ सामग्रीसभ सम्पादन करी

  1. NMR added as a World Heritage Site
  2. "Indian Hill Railways"। BBC। अन्तिम पहुँच 28 February 2010

बाह्य जडीसभ सम्पादन करी

एहो सभ देखी सम्पादन करी