अम्ल फेकनाए वा अम्ल आक्रमण कोनो लोकके मारनाए, कुरूप बनेनाए वा अङ्गभङ्ग करैक उद्देश्यसँ ओकर शरीरमे एसिड (अम्ल) फेक करल जाइवला एक प्रकारक हिंसा वा अपराध छी । अम्ल फेकैत काल विशेषत लोकक मुखारमे फेकैक घटना बेसी भेटैत अछि । ई घटनासँ महिलासभ बेसी पीडित भेल बात महिला अधिकारकर्मीसभ बताबैत अछि । अम्ल आक्रमणसँ पीडितक छालक तन्तु समाप्त भऽ सकैत अछि तहिना हड्डीमे समेत भित्री प्रभाव होइत अछि । अम्ल फेकैवला निर्मम अपराध कएनिहार लोकसभ सल्फ्युरिक वा नाइट्रिक अम्लक सहारा लैत अछि । सल्फ्युरिक अम्लके तँ आओरो रसायनसभक राजा कहल जाइत अछि । हाइड्रोक्लोरिक अम्ल कम असरदार भेलाक कारण अपराधीसभ नाइट्रिक अथवा सल्फ्युरिक अम्लके बेसी प्राथमिकता देल पावल गेल अछि । अम्लक आक्रमणसँ होमएवला दीर्घकालिन समस्यामे अन्धापन, शरीर आ छालमे कहियो नै मेटाबैवला दाग जका शारीरिक समस्या देखल जाइत अछि तँ समाजमे सेहो पीडितसभके घृणाक नजरसँ देखल जाइत अछि । अखन अम्लक आक्रमण विश्वक प्राय अधिकतर ठामक समस्या छी । सन् १९९० सँ बाद बङ्गलादेशमे महिला विरूद्ध ई अपराध सभसँ बेसी भऽ रहल विभिन्न सर्वेक्षणसभ देखेनए अछि । सन् १९९९ आ सन् २०१३ के बीचमे ३,५१२ बङ्गलादेशी नागरिकसभ ई अपराधक चपेटमे आएल सर्वेक्षण बतौने अछि । यद्यपी युरोप सहित अम्ल आक्रमणक घटना विश्वभरि भऽ रहल अछि मुदा एकर प्रभाव दक्षिण एसियामे विशेष रुपमे कायम अछि ।

कम्बोडियामे एसिड आक्रमणक पिडित ।

सन्दर्भ सामग्रीसभ

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बाह्य लिङ्कसभ

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