आकृति:मुख्य लेख/दिसम्बर, २०१५

जनक

जनक मिथिला देशक ऐतिहासिक राजा छी । जनक वैदिकक राजासबक उल्लेख केल जाएवाला नाम सेहो छी । वैदेह राजा ऋगवैदिक कालक नमी सप्याक नामसँ छल, यज्ञ करैत सदेह स्वर्ग गेलाह, ऋगवेदमे वर्णन अछि । ओ इन्द्रकसंग देलन्हि असुर नमुचीक विरुद्ध आ ताहिमे इन्द्र हुनका बचओलन्हि । शतपथ ब्राह्मणक विदेघमाथव आ पुराणक निमि दुनू गोटेक पुरोहित गौतम छथि से दुनू एके छथि आ एतएसँ विदेह राज्यक प्रारम्भ । माथवक पुरहित गौतम मित्रविन्द यज्ञक बलिक प्रारम्भ कएलन्हि आ पुनः एकर पुनःस्थापना भेल महाजनक-२ क समयमे याज्ञवल्क्य द्वारा निमि गौतमक आश्रमक लग जयन्त आ मिथि -जिनका मिथिला नामसँ सेहो सोर कएल जाइत छन्हि, मिथिला नगरक निर्माण कएलन्हि । निमीक जयन्तपुर वर्तमान जनकपुरमे छल, मिथीक मिथिलानगरीक स्थान एखन धरि निर्धारित नहि भए सकल अछि, अनुमानित अछि जनकपुरक लग । सीरध्वज जनक सीताक पिता छथि आ एतयसँ मिथिलाक राजाक सुदृढ़ परम्परा देखबामे अबैत अछि । कृति जनक सीरध्वजक बादक १८म पुस्तमे भेल छलाह । कृति हिरण्यनाभक पुत्र छलाह आ जनक बहुलाश्वक पुत्र छलाह । याज्ञवलक्य हिरण्याभक शिष्य छलाह, हुनकासँ योगक शिक्षा लेने छलाह । कराल जनक द्वारा एकटा ब्राह्मण युवतीक शील-अपहरणक प्रयास भेल आ जनक राजवंश समाप्त भs गेल । (पूरा लेख...)