अरविन्द घोष या श्री अरविन्द (बांग्ला: শ্রী অরবিন্দ, जन्म: १८७२, मृत्यु: १९५०) एकटा योगी एवं दार्शनिक छलाह। १५ अगस्त १८७२ क कलकत्ता में हिनकर जन्म भेल छल। हिनकर पिता एकटा डाक्टर छलेथ। घोष युवा अवस्था में स्वतन्त्रता संग्राम में क्रान्तिकारी के रूप में भाग लेलेथ, किन्तु बाद में उ एकटा योगी बइन गेलाह और पांडिचेरी में एकटा आश्रम सेहो स्थापित केलेन्ह। योग साधना पर मौलिक ग्रन्थ लिखलेन। हिनकर पूरा विश्व भर में दर्शन शास्त्र पर बहुत प्रभाव छलेन्ह और हिनक साधना पद्धति के अनुयायी सब देशों में पाउल जाय छैथ। ई कवि और गुरु दुनू छलाह। मैथिली प्रेमी के रूप में सेहो हिनका जानल जाएत अछि।

अरविन्द घोष